वचन की परिभाषा
जिन शब्दों से संज्ञा या सर्वनाम के एक या अनेक होने का बोध होता है, उन्हें वचन कहते हैं |
उदाहरण :-
- लड़की नाच रही है |
- लड़कियाँ नाच रही हैं |
- बच्चा खेल रहा है |
- बच्चे खेल रहा है|
लड़की और बच्चा एक संख्या का बोध करा रहे हैं जबकि लड़कियाँ और बच्चे एक से अधिक संख्या का बोध करा रहे हैं| संख्या बताने वाले ऐसे शब्द वचन होते हैं
वचन के भेद:-
वचन दो प्रकार के होते हैं –
- एकवचन
- बहुवचन
एकवचन - शब्द के जिस रूप से वस्तु या व्यक्ति का एक संख्या होने का बोध हो, एकवचन कहलाते हैं |
उदाहरण:-
- नदी बह रही है |
- लड़का प्रार्थना कर रहा है|
बहुवचन - शब्द के जिस रूप से वस्तु या व्यक्ति का एक से अधिक संख्या होने का बोध हो, बहुवचन कहलाते हैं |
उदाहरण:-
- कन्याएँ पढ़ रही हैं |
- कमला ने मालाएँ पहनी हैं |
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वचन की पहचान: -
वचन की पहचान संज्ञा सर्वनाम या क्रिया से होती है | जैसे –
संज्ञा से - लड़की गीत गाती है| ( एकवचन) लड़कियाँ गीत गाती हैं | ( बहुवचन)
सर्वनाम से - मैं दौड़ रहा हूँ | ( एकवचन) हम दौड़ रहा हैं |( बहुवचन)
क्रिया से - हाथी आ रहा है | ( एकवचन) हाथी आ रहे हैं | ( बहुवचन)
विशेष:-
आदर प्रकट करने के लिए बहुवचन का प्रयोग किया जाता है l
उदाहरण
गुरूजी पधार चुके हैं |
पिताजी कल मुंबई जायेंगे।
कुछ शब्द सदैव बहुवचन में प्रयोग किये जाते है - दर्शन, प्राण, आँसू, बाल, लोग, हस्ताक्षर आदि।
कुछ शब्द सदैव एकवचन में प्रयोग किये जाते है - पानी, तेल, घी, दूध, आकाश, बारिश, जनता आदि।
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भाववाचक संज्ञाओं का प्रयोग एकवचन के रूप में किया जाता है - मिठास, सुंदरता, मधुरता आदि।
कुछ पुल्लिंग शब्दों के रूप एकवचन तथा बहुवचन दोनों में ही समान रहते हैं - बालक, मनुष्य, मुनि, कवि, योगी, गुणी, साधु, गुरु, बाबू, हिंदू, चौबे, दुबे, जौ आदि।
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एकवचन से बहुवचन बनाने के नियम-
'अ' का 'ए' बनाकर-
एकवचन बहुवचन
केला केले
खंभा खंभे
गोला गोले
चश्मा चश्मे
ढेला ढेले
तोता तोते
पपीता पपीते
पत्ता पत्ते
पौधा पौधे
बच्चा बच्चे
बस्ता बस्ते
मटका मटके
मेला मेले
मुर्गा मुर्गे
रास्ता रास्ते
लड़का लड़के
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'अ' का 'ऐं' बनाकर-
एकवचन बहुवचन
कलम कलमें
चाल चालें
झील झीलें
दीवार दीवारें
नहर नहरें
पुस्तक पुस्तकें
पेंसिल पेंसिलें
बात बातें
बहन बहनें
बोतल बोतलें
भैंस भैसें
रात रातें
राह राहें
लहर लहरें
शाम शामें
सड़क सड़कें
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'आ' में 'एँ' लगाकर-
एकवचन बहुवचन
अध्यापिका अध्यापिकाएँ
कथा कथाएँ
कविता कविताएँ
कन्या कन्याएँ
कामना कामनाएँ
गाथा गाथाएँ
घटना घटनाएँ
दवा दवाएँ
बाला बालाएँ
बालिका बालिकाएँ
भावना भावनाएँ
महिला महिलाएँ
माला मालाएँ
माता माताएँ
रचना रचनाएँ
लता लताएँ
लेखिका लिखिकाएँ
लतिका लतिकाएँ
सभा सभाएँ
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'या' का 'याँ' बनाकर-
एकवचन बहुवचन
कुटिया कुटियाँ
कुतिया कुतियाँ
गुड़िया गुड़ियाँ
खटिया खटियाँ
चुहिया चुहियाँ
चिड़िया चिड़ियाँ
डिबिया डिबियाँ
नदिया नदियाँ
पुड़िया पुड़ियाँ
बंदरिया बन्दरियाँ
बुढ़िया बुढ़ियाँ
बिटिया बिटियाँ
बिंदिया बिंदियाँ
लुटिया लुटियाँ
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'इ' या 'ई' में 'याँ' जोड़कर-
एकवचन बहुवचन
कली कलियाँ
कुर्सी कुर्सियाँ
खिड़की खिड़कियाँ
गति गतियाँ
गली गलियाँ
गाड़ी गाड़ियाँ
घड़ी घड़ियाँ
जाति जातियाँ
झाड़ी झाड़ियाँ
टुकड़ी टुकड़ियाँ
ताली तालियाँ
तिथि तिथियाँ
नदी नदियाँ
नीति नीतियाँ
निधि निधियाँ
नारी नारियाँ
पंक्ति पंक्तियाँ
पाती पातियाँ
बर्फी बर्फियाँ
राशि राशियाँ
रीति रीतियाँ
लड़ी लड़ियाँ
स्त्री स्त्रियाँ
समिति समितियाँ
सब्जी सब्जियाँ
साड़ी साड़ियाँ
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'उ' 'ऊ' या 'औ' में 'एँ' लगाकर-
एकवचन बहुवचन
गौ गौएँ
गऊ गउएँ
धातु धातुएँ
धेनु धेनुएँ
बहु बहुएँ
भौंह भौंहें
लू लुएँ
वस्तु वस्तुएँ
वधू वधुएँ
ऋतु ऋतुएँ
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'अ', 'आ', 'उ' में 'ओं' लगाकर -
एकवचन बहुवचन
घर घरों
चोर चोरों
घोड़ा घोड़ों
बूढ़ा बूढ़ों
बंदर बंदरों
मुर्ख मूर्खों
लड़का लड़कों
साधु साधुओं
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'अ', 'आ' में 'ओं' लगाकर -
एकवचन बहुवचन
गाथा गाथाओं
पिता पिताओं
माता माताओं
राजा राजाओं
योद्धा योद्धाओं
लता लताओं
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'इ' या 'ई' में 'यों' जोड़कर-
एकवचन बहुवचन
कवि कवियों
गाड़ी गाड़ियों
गली गलियों
नदी नदियों
मुनि मुनियों
रात्रि रात्रियों
व्यक्ति व्यक्तियों
साड़ी साड़ियों
संबोधन के समय इकारांत अथवा ईकारांत में 'औ' जोड़कर -
एकवचन बहुवचन
बच्चा बच्चो
बहन बहनो
भाई भाइयो
मुर्गी मुर्गियो
सैनिक सैनिको
सिपाही सिपाहियो
कुछ शब्दों में गण, जन, लोग, वर्ग, दल, वृंद
एकवचन बहुवचन
कर्मचारी कर्मचारीगण
कवि कविगण
गुरु गुरुजन
गरीब गरीबलोग
छात्र छात्रवर्ग
दर्शक दर्शकगण
नारी नारीवृंद
पक्षी पक्षीवृंद
पाठक पाठकवर्ग
प्रजा प्रजाजन
भक्त भक्तगण
युवा युवावर्ग
विद्यार्थी विद्यार्थीगण
व्यापारी व्यापारीगण
लेखक लेखकगण
स्त्री स्त्रीवृंद
साधु साधुजन
सेना सेना दल
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